कीवी की खेती-चाइनीज गुजबैरी जो ‘कीवी फल ‘के नाम से प्रसिद्ध है। कीवी का फल एक महत्वपूर्ण प्रसिद्ध फल है। कीवी के फल की खेती हिमालय के मध्यवर्ती बागों में और पर्वतीय क्षेत्रों घाटियों और मैदानी क्षेत्रों में की जाती है इन क्षेत्रों में सिंचाई की व्यवस्था होनी आवश्यक होती है। अंगूर की बेलो समान कीवी की बेले बढ़ती है। कीवी का फल पूरे रंग के मुर्गी के अंडे के आकार के होते हैं छिलकों के ऊपर बारिक रोए होती है। कीवी के फल का गूदा हल्के हरे रंग का होता है और काले रंग के छोटे बीज होते हैं।
कीवी का फल का स्वाद खट्टा मीठा होता है कीवी के फल का उपयोग सलाद के रूप में कर सकते हैं। कीवी का फल पोषक तत्व और औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है। किस फल में विटामिन बी और विटामिन सी तथा खनिज जैसे पोटेशियम कैल्शियम फास्फोरस की मात्रा पाई जाती है।
आज हम आपको इस पोस्ट में वैज्ञानिक तकनीक से कीवी की फसल के बारे में पूरी जानकारी डिटेल में बताने वाले हैं जिससे आप इस फसल से गुणवत्ता युक्त और उत्पादन में वृद्धि कर सकते हैं। आप इस पोस्ट को शुरू से अंत तक ध्यानपूर्वक पढ़ें
कीवी के फल के लिए उपयुक्त जलवायु
कीवी के फल की बेल अंगूर की बेल की समान होती है। सर्दियों के मौसम में कीवी के पत्ते गिर जाते हैं। भारत में हल्के उपोषण और शीतोष्ण जलवायु वाले क्षेत्र में फसल की पैदावार की जा सकती है। सर्दियों के मौसम में 7 डिग्री सेल्सियस तापमान होना आवश्यक होता है।
वसंत ऋतु के समय बेल में अंकुर उठते समय कोहरा नहीं पढ़ना चाहिए। और तेज गर्मी आंधी ओलावृष्टि से भी पौधों की पत्तियां फूल और फलों का नुकसान होता है। वायु तथा उचित सिंचाई का प्रबंध करके आसानी से उगाया जा सकता है।
कीवी के फसल के लिए आवश्यक भूमि
कीवी की फसल के लिए बलुई रेतीली दोमट मिट्टी उपयोगी मानी जाती है। खेत में जलभराव नहीं होना चाहिए। जलभराव होने वाली स्थिति में कीवी की फसल की उत्पादन नहीं कर सकते। कीवी की फसल के लिए मिट्टी का पीएच मान 5 से 6 होना आवश्यक होता है। कीवी की बेले ज्यादा लवर्स उक्त भूमि के लिए सहनशील होती है। जल निकासी वाले क्षेत्र में कीवी की फसल को आसानी से उगाया जा सकता है और पैदावार में बढ़ोतरी की जा सकती है।
कीवी की फसल के लिए उन्नत किस्में
भारत में सभी प्रकार की पशुओं के लिए कई प्रकार की किस्में होती है। कीवी की फसल अनेक प्रकार की किस्में भारत में मौजूद है जो निम्न प्रकार से है -एलियन,ब्रूनो,मोंटी, एवर्ट, हेवर्ड, मादा किस्म और एलिसन, और तोमुरी नर किस्में है। भारत में उपलब्ध किस्मों का विवरण इस प्रकार है –
एबट
इस कीवी के फल का आकार अंडाकार होता है इस फल स्वाद में मीठा और फूल का अन्य किस्मों के फूल से पहले खिलौना होता है। एक फल 50 से 60ग्राम तक होता हैं।
एलिसन
इस किस्म का फल लंबाई में कुछ मोटा होता है। यह किस में अधिक पैदावार देने वाली किस्म है।
ब्रूनो
इस किस्म का फल के आकार लंबोधरा और गहरे भूरे रंग का होता है। इस किस्म को अधिक पैदावार देने वाली किस्म कहते हैं।
कीवी की खेती के लिए फूल विरलन प्रबंधन विधि
कीवी का फल में उत्तम गुणवत्ता वाले फल प्राप्त करने के लिए प्रतिफल देने वाली शाखाओं पर 5 से 6 फूल की कलीकाय होना आवश्यक है। कीवी के फल को विकसित होने के लिए बैलों के पास खाद डालना चाहिए। जमीन में नमी बनाए रखें। खेतों से खरपतवार निकाल दे।
टीवी की खेती के लिए सिंचाई व्यवस्था
कीवी की खेती करने के लिए आपको अन्य फसलों की अपेक्षा अधिक पानी देने की जरूरत होती है। जिन इलाकों में गर्मियों के मौसम में वर्षा डेढ़ सौ सेंटीमीटर से अधिक होती है वहां पर सिंचाई की आवश्यकता कम होती है। कम वर्षा होने या सिंचाई कम होने पर फलों के आकार और ऊपर में काफी कमी होती है। इसलिए गर्मियों के मौसम में 10 से 15 दिनों के अंदर सिंचाई करना आवश्यक होता है।
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कीवी की खेती के लिए खेत में खाद और उर्वरक
कीवी की फसल मैं अच्छी पैदावार और बेलो की अधिक बढ़ोतरी के लिए खाद और उर्वरक की आवश्यकता होती है। खेत में उर्वरक की मात्रा को उपजाऊ मिट्टी के अनुसार घटाया और बढ़ाया जा सकता है। कीवी के फल के पौधे को पूर्ण विकसित होने के लिए नाइट्रोजन पोटाश और फास्फोरस प्रति पौधा डालना चाहिए।
खेतों में गोबर खाद या जैविक खाद को भी डालना चाहिए जिससे आप कीवी की फसल की पैदावार में बढ़ोतरी कर सकते हैं।
कीवी की फसल के लिए खरपतवार नियंत्रण व्यवस्था
जब आप किसी तरह की फसल को उगाते हैं तो उसके साथ अनावश्यक पौधे भी उगते हैं। खेतों में खरपतवार को नहीं होने देना है। खेतों में उग रहे खरपतवार को आप परंपरागत और प्राकृतिक विधि द्वारा बाहर निकाल सकते हैं। खरपतवार को खोल कर आप खेत में रख सकते हैं इससे क्षेत्र संरक्षण तथा मृतक की उपजाऊ शक्ति को बनाए रखता है।
कीवी की फसल की पैदावार
जब आप किसी तरह की फसल की पैदावार करते हैं तो उसमें सबसे महत्वपूर्ण भूमिका जलवायु फसल की किस्म खाद उर्वरक क्षमता और देख-रेख की होती है। यही सब कीवी की फसल के लिए उपयुक्त माने जाते हैं। टीवी के फल के पौधे 4 से 5 साल के अंदर फल देना शुरु कर देते हैं। एक पूर्ण विकसित रूप से पौधे से आप 25 से 100 किलोग्राम फल प्राप्त कर सकते हैं। आप इन फलों को बाजार में बेचकर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं और अपनी कमाई कर सकते हैं।
निष्कर्ष
दोस्तों जैसा कि हमने आपको इस पोस्ट में कीवी की खेती कैसे करें के बारे में जानकारी प्रदान की है हमें उम्मीद है कि आपको यह पोस्ट बहुत ही पसंद आई होगी और आप कीवी की खेती के बारे में स्पष्ट और सही रूप से जान गए होंगे आशा करते हैं कि आप इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा अपने दोस्तों के साथ शेयर करेंगे।
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