खरबूजे की खेती कैसे करें?

खरबूज की खेती-नमस्कार दोस्तों आज हम आपको इस लेख में खरबूज की खेती कैसे करें इसके बारे में आपको पुरी जानकारी विस्तार से बताने वाले आप इस पोस्ट को एक बार शुरू से अंत तक ध्यान पूर्वक जरूर पढ़ें।

आज के इस लेख में हम आपके लिए लेकर आए भारतीय कृषि उपज फलों से संबंधित ‘ खरबूज की खेती कैसे करें’ के बारे में विस्तार से जानेंगे। आप इस पोस्ट को ध्यानपूर्वक जरूर पढ़े।

खरबूज का फल दिखने में कद्दू की तरह होता है। और सेहत के लिए बहुत ही लाभदायक होता खरबूज के फल में विटामिन प्रोटीन और कॉपर पाया जाता है। और यह फल बीमार लोगों के लिए बहुत ही फायदेमंद साबित होता है इस फल में पाया जाने वाला एंटीऑक्सीडेंट गुण शरीर को कई तरह की बीमारियों से बचाता है।

खरबूजे की खेती से संबंधित बेसिक जानकारी

खरबूज एक कद्दू के आकार के समान होता है। इस फल को नकदी फसल के रूप में उगाया जाता है। इस फल के पौधे लताओं के रूप में विकास करते हैं। यह फल साथ में मीठा होता है और अंदर से लाल रंग का निकलता है इस फल के बीज काले रंग के होते हैं। इस फल को गर्मियों के मौसम में अधिक उत्पादन किया जाता है। इस फल में 90 पर्सेंट के लगभग पानी तथा 9% के लगभग कार्बोहाइड्रेट की मात्रा पाई जाती है, जिस कारण से खरगोश गर्मियों के मौसम में शरीर के लिए अधिक लाभदायक होता है।

यह फल गर्मी के मौसम में जल्दी पक जाता है और मिठास की मात्रा बढ़ जाती है। लव जलवायु में फल अधिक देरी से बताएं। आज हम किसान भाइयों को खरबूज के बारे में बताने वाले है।

खरबूज की खेती की पैदावार कहां होती है

खरबूज को अरे मेनिया ईरान अटोलिया का मूल फल माना जाता है। हालांकि खरगोश के फल को भारत में उगाता है। भारत में खरबूजा की खेती मध्यप्रदेश पंजाब बिहार राजस्थान और उत्तर प्रदेश आदि राज्यों में अधिक मात्रा में खरबूज की खेती की जाती है।

खरबूज की खेती करने के लिए उपयुक्त मिट्टी

खरबूज की अधिक उत्पादन लेने के लिए आपको हल्की रेतीली बलुई दोमट मिट्टी में इसका उपाय उत्पादन करना चाहिए। खेत में जलभराव की समस्या नहीं होनी चाहिए। जलभराव की स्थिति में पौधे सड़ जाते हैं और कई प्रकार की बीमारियां दिखाई देती है। खेत की मिट्टी की पीएच मान 6 से 7 होना आवश्यक होता है।

खरबूजे की खेती करने के लिए उपयुक्त जलवायु और तापमान

गर्मी के मौसम को खरबूजे की फसल के लिए अच्छा माना जाता है। गर्मी के मौसम के दौरान पौधों को पर्याप्त मात्रा में गर्म और ठंडी जलवायु प्राप्त होती है। गर्मी के मौसम में पौधों की वृद्धि अच्छी होती है। खरबूज के पौधे को अंकुरित करने के लिए 25 से 30 डिग्री तापमान होना आवश्यक होता है। पौधों के विकास के लिए 30 से 40 डिग्री तापमान उचित माना जाता है।

तरबूज की खेती करने के लिए खेत की तैयारियां

खेत को गहराई से जुताई कर दिया जाता है। खेत में किसी तरह का खरपतवार नहीं होना चाहिए बिल्कुल साफ सुथरा होना आवश्यक होता है। जुताई करने के बाद कुछ दिनों के लिए खेत को खुला छोड़ दे। मिट्टी बिल्कुल बारीक और भुरभुरी होनी आवश्यक होती है। भूमि को बिल्कुल समतल बना ले।

खरबूज की खेती करने के लिए उर्वरक की मात्रा

खरबूज की खेती करने के लिए आपको खेत में गोबर खाद डालना चाहिए। खेत में जैविक खाद या रासायनिक खाद भी डाल सकते हैं। खेत में खाद डालने से खेत की उर्वरक क्षमता बढ़ती है और उत्पादन में वृद्धि होती है जिससे आप अच्छा लाभ कमा सकते हैं और पैदावार अच्छी प्राप्त कर सकते हैं जिससे आपको लाभ ही होगा।

रासायनिक खाद के रूप में आप फास्फोरस नाइट्रोजन पोटाश तो खेत पर डाल सकते हैं। जब तू खरबूजे के पौधे पर फूल खिलने लगे तो यूरिया भी डाल दें जिससे आपके फूलों की बढ़ोतरी होगी और फल अच्छा बड़ा और स्वादिष्ट होगा।

खरबूज की खेती के लिए पौधों की सिंचाई

खरबूज के पौधों को सिंचाई की आवश्यकता होती है क्योंकि इस फसल को गर्मी के मौसम में बुआ जाता है। तरबूज के खेत में नमी बनाए रखें। बीज रोपाई के तुरंत बाद आप खरबूज कि सिंचाई कर सकते हैं। गर्मियों के मौसम में सप्ताह में दो बार सिंचाई कर आवश्यक होती है।

खरबूज की खेती में खरपतवार नियन्त्रण

जब आपसे तरह की फसल का पैदावार करते हैं तो उसके साथ हर एक प्रकार के पौधे क्यों होते हैं जिसे हम खरपतवार कहते हैं , इन खरपतवार को खेत से बाहर उखाड़ कर फेंकना चाहिए। समय-समय पर खेत की निराई गुड़ाई करते रहना चाहिए। और आप कृपा द्वार को नष्ट करने के लिए रासायनिक दवाइयों का उपयोग भी कर सकते हैं और छिड़काव करके खरपतवार को नष्ट कर सकते हैं।

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खरबूज की तुड़ाई, पैदावार और लाभ

खरबूज के पौधे 80 से 90 दिन के बाद पैदावार देने लगते हैं। फलों के पूर्ण रूप से पकने के बाद ही खरबूजे के फल को तोड़े। खरबूज के पूर्ण रूप से पकड़ने पर एक खास प्रकार की खुशबू आने लगती है इससे आप समझ जाएंगे कि खरबूज पक गया है ।

तरबूज की खेती करके आप अच्छी कमाई कर सकते हैं। खरबूज के पकने के बाद हो गए आप बाजार में बेच सकते हैं। एक हेक्टेयर खेत में 200 से 300 क्विंटल खरबुज का उत्पादन कर सकते हैं।

खरबूज का बाजार में ₹20 प्रति किलो के हिसाब से भाव मिल सकता है। और खरबूज के बीज को आप बाजार में बेच सकते हैं और अपना मुनाफा भी कमा सकते हैं आप इस फल के जरिए लगभग ₹400000 तक की कमाई कर सकते हैं।

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