अलसी की खेती कैसे करे in hindi 2024

अलसी की खेती से संबंधित बेसिक जानकारी-नमस्कार दोस्तों,जब हम किसी फसल की खेती करते है तो सबसे पहले उस फसल की जानकारी प्राप्त कर लेना आवश्यक होता है ,आज हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से अलसी की खेती कैसे करें और इसमें लगने वाली लागत कमाई और उत्पादन आदि के बारे में विस्तृत जानकारी देने वाले हैं, अगर आप अलसी की खेती करना चाहते हैं ,तो जो पोस्ट आप कीजिए बहुत ही खास साबित होने वाली है

अलसी को व्यापारिक स्तर पर उगाया जाता है अर्थात अलसी की खेती व्यापारी स्तर पर की जाती है, अलसी के बीजों में तेल अधिक मात्रा में पाया जाता है लेकिन इस तेल का उपयोग खाने-पीने में नहीं करके दवाइयों को बनाने में इस्तेमाल किया जाता है। भारत के मध्य प्रदेश राज्य में अलसी के तेल को खाने के साथ साबुन बनाने और दीपक जलाने की योग्य काम में ले जाता है। अलसी के तेल को शरीर पर निकलने वाले फोड़ों को ठीक करने के लिए उपयोग में लाया जाता है।

अलसी के पौधे की तनों में उच्च गुणवत्ता वाले देश में पाए जाते है, जिन से लिनेन भी तैयार होता है। अलसी के बीजों से तेल निकलने के पश्चात निकलने वाली खली को पशु आहार के रूप में ले जाता है इस खली में उच्च गुणवत्ता वाले पोषक तत्व पाए जाते हैं। दुनियां में, भारत को अलसी उत्पादन में चौथा स्थान प्राप्त है। आदि

अलसी की खेती करने के लिए उपयोगी मिट्टी

अलसी की खेती करने और उत्पादन में बड़ावर के लिए काली चिकनी दोमट मिट्टी उपयोगी मानी जाती है। खेत में जल निकासी की व्यवस्था उचित रूप से होनी चाहिए। खेत की मिट्टी का पीएच सामान्य होना चाहिए। इस मिट्टी में अलसी खेती करके अच्छा उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं।

अलसी की खेती के लिए उपयुक्त जलवायु और तापमान

अलसी की खेती के लिए सर्दी और शुष्क जलवायु को उचित माना जाता है। सामान्य वर्षा इस फसल के लिए लाता है तो होती है। अलसी के पौधे को सामान्य तापमान में अच्छे विकास करते हैं। बीज अंकुरण के लिए 15 डिग्री से 20 डिग्री तापमान आवश्यक माना जाता है।

अलसी की खेती के लिए खेत की तैयारियां

जब हम किसी फसल का उत्पादन करते हैं तो सबसे पहले खेतों को तैयार करना होता है। 80 की फसल के अच्छे उत्पादन प्राप्त करने के लिए सबसे पहले खेत को गहराई से जुताई करके मिट्टी को उथल पुथल कर दे। कुछ समय के लिए खेतों खुला छोड़ दें ताकि मिट्टी में धूप अच्छे से घुस जाए। खेतों में गोबर खाद डाल देनी चाहिए।
साथ ही में एनपीके खाद खेत में डाल दे और मिट्टी में मिला दे दिया जाता है। खेत में खाद डालने के बाद खेतों में पानी छोड़ दे। क्षेत्र के सूखने के बाद रोटावेटर की सहायता से एक बार फिर जुताई कर दे। पाटा लगाकर खेत को समतल कर दे।

अलसी की बुवाई का सही समय

अलसी की बुवाई बीजों के रूप में की जाती है। अलसी के बीजों को छिड़काव विधि द्वारा खेतों में बुवाई की जाती है।
खेतों मे छिड़काव विधि द्वारा बीजों को फेंक कर हल्की सी जुताई कर दे। इससे मिट्टी में बीज अच्छी तरह से भी जाते हैं। छिड़काव विधि द्वारा अलसी के बीजों की रोपाई में 40 से 45 किलो प्रति हेक्टेयर बीजों की आवश्यकता होती है।
बीजों की रोपाई से पहले यह सुनिश्चित करना आवश्यक हैं कि बीज कार्बेंडाजिम की उचित मात्रा से उपचारित होना चाहिए। इससे बीजों को रोग लगने का खतरा नही होता है।

अलसी की फसल को सिंचाई व्यवस्था

अलसी की फसल को कम सिंचाई की जरूरत पड़ती है, इस फसल को दो से तीन बार सिंचाई की आवश्यकता होगी है। इस फसल की पहली सिंचाई बीज रोपाई के 20 से 25 दिनों के बाद होती है। समय-समय इस फसल को सिंचाई की आवश्यकता होती है।

अलसी की फसल में खरपतवार नियंत्रण

इस फसल में प्राकृतिक विधि द्वारा निराई गुड़ाई और प्रपत्र कर सकते हैं। रासायनिक दवाइयों द्वारा इस फसल में उगने वाले खरपतवार को नष्ट किया जा सकता है। समय-समय पर खरपतवार की निराई गुड़ाई करके फसल की पैदावार और उत्पादन में वृद्धि की जा सकती है।

अलसी की फसल की कटाई और पैदावार

बीज रोपाई के 3 से 4 महीने के पश्चात इस फसल की कटाई की जा सकती है। अलसी के पौधे पूर्ण रूप से विकसित होने और सुखाई देने पर ही इस फसल की कटाई करें। अलग-अलग किस्म की फसल पर अलग-अलग उत्पादन और समय का अंतर होता है। एक हेक्टेयर खेत से 15 से 20 क्विंटल बीज उत्पादन किया जा सकता है। इस फसल का बाजार में भाव अधिक होता है और बाजार में किस फसल की मांग भी अधिक होती है। इस फसल की खेती करके अधिक उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं और लाभ कमा सकते हैं अगर आप इस फसल की खेती करना चाहते हैं तो आप कर सकते।

निष्कर्ष

दोस्तों आज हमने आपको इस पोस्ट के माध्यम से अलसी की खेती कैसे करें और इसके उत्पादन में वृद्धि ,कीमत और इससे होने वाला लाभ आदि के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी उपलब्ध करवाई है।हमें उम्मीद है कि यह पोस्ट आपको बहुत ही पसंद आई होगी। हम आशा करते है कि इस पोस्ट को आप ज्यादा से ज्यादा अपने दोस्तों के साथ शेयर करें और उन्हें अलसी की खेती करने और इससे होने वाली कमाई के बारे में जानकारी उपलब्ध करवाएं।

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