रबड़ की खेती से संबंधित बेसिक जानकारी -नमस्कार दोस्तों आज हम आपके लिए रबड़ की खेती कैसे करें और इसमें लगने वाला लागत, कमाई और उत्पादन के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करने वाले हैं। अगर आप रबड़ की खेती करना चाहते हैं तो आपके लिए क्या आर्टिकल खास और जरूरी साबित होने वाला है।
रबड़ की खेती उत्पादन के लिए किया जाता है, पूरे विश्व में रबड़ उत्पादन में भारत अपना चौथा स्थान प्राप्त करता है। भारत में रबड़ को सर्वप्रथम केरल राज्य में उगाया गया था, जो आज भारत में सबसे बड़ा रबड़ उत्पादन का राज्य बना हुआ है। रबड़ बहुत ही खास पदार्थ है इसे काफी मुश्किलों के बाद और मेहनत करने के बाद प्राप्त किया जाता है। इस पदार्थ का उपयोग शोल, टायर, फ्रिज, कंडोम , गेंद, प्लास्टिक बैंड इलेक्ट्रॉनिक उपकरण आदि चीजें बनाने में उपयोग किया जाता है। कोरोना वायरस की इस लहर के दौरान पीपीटी किट बनाने में इसी पदार्थ का इस्तेमाल किया गया था, जिसे डॉक्टर और नर्स के सिक्योरिटी के लिए बनाया गया था।
अगर आप रबड़ की खेती करना चाहते हैं और इसका पेड़ लगाना चाहते हैं तो यह पोस्ट आपके लिए बहुत ही खास साबित होने वाला है।
रबड़ का पेड़ दिखने में कैसा होता है
रबड़ के पेड़ को फिकस इलास्टिका के नाम से जाना जाता है। यह पौधा दक्षिण पूर्व एशिया में मिलने वाला पौधा है और उष्णकटिबंधीय जलवायु में उगाया जाता है। जो दिखने में असामान्य है। इस पौधे की पत्तियां देखने में बड़ी और अंडे की आका की जैसी होती है। इस पौधे या पेड़ को हाउस प्लांट के रूप में घरों के अंदर लगाया जाता है। इस पौधे को प्राप्त मात्रा में पानी और प्रकाश की जरूरत होती है। रबड़ का पौधा सदाबहार होता है और 50 से 100 फीट ऊंचा होता है।
रबर की खेती के लिए उपयुक्त मिट्टी
रबर की खेती करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण लेटराइट मिट्टी या लेटराइट युक्त गहरी लाल दोमट मिट्टी को बहुत ही उपयोगी माना जाता है। इसके पौधे को कम से कम 200 सेंटीमीटर वर्षा की आवश्यकता होती है। इस मिट्टी में रबड़ की खेती करके आप अच्छा उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं।
रबर की खेती के लिए उपयुक्त जलवायु
जब हम किसी प्रकार की फसल का उत्पादन करते हैं उस फसल के उत्पादन और बढ़ोतरी के लिए जलवायू का फसल के अनुरूप होना बहुत आवश्यक माना गया है।
रबर की खेती के लिए इसके पौधे को उष्ण कटिबंधीय जलवायु की आवश्यकता होती हैं। इस जलवायु में यह पौधे अधिक तेजी से वृद्धि और विकास करते हैं। इस फसल की पौधे के तापमान के लिए 21 से 35 डिग्री तापमान उपयोगी माना गया हैं।
रबड़ के प्रकार
सामान्य रूप से रबड़ के दो प्रकार बाटा गया है। पहला नेचुरल रबड़ या प्राकृतिक रबड़ या इंडिया रबड़ दूसरा सिंथेटिक रबड़ होता है, सिंथेटिक रबड़ कई प्रकार के होते हैं जेल की जानकारी निम्नलिखित है
- नाइट्राइल ब्यूटाडीन रबड़
- एथिलीन प्रोपलीन डायने मोनोसर
- सिलिकॉन रबड़
- नियोप्रीन रबड़
- पोलियुरीथेन रबड़
- स्टेयरिन ब्यूटाडीन रबड़
रबड़ के पौधे की सिंचाई व्यवस्था
रबड़ के पौधे को पानी की जरूरत अधिक होती है इसलिए
इसे सिंचाई की जरूरत होती है। इसके पौधे को बार-बार पानी देना होता है। यह पौधा सुखा सहन नही करता है। इस पौधे को नमी की आवश्यकता होती है, खेत की मिट्टी में नमी बनाए रखें और समय-समय पर रबड़ के पौधे को सिंचाई करते रहें।
रबड़ बनाने की प्रक्रिया
- रबड़ बनाने के लिए पेड़ के तने पर छेद किया जाता है, और फिर से निकलने वाले दूध को इकट्ठा किया जाता है।
- पेड़ से निकलने वाले दूध को केमिकल के साथ परीक्षण करते हैं ताकि उच्च गुणवत्ता वाले रबड़ प्राप्त किया जा सके।
- लेटेस्ट अर्थात तो दूध को गाढ़ा होने के लिए छोड़ देते हैं, दूध में उपस्थित पानी सूख जाने पर रबड़ ही बचता है।
- दूध पानी से हल्का होता है जिसमें रबड़ के अलावा प्रोटीन, खनिज लवण, रेजिन ,शर्करा और एंजाइम की मात्रा पाई जाती है।
- रबड़ लचीला होने के कारण अपने आकार से 8 से 10 गुना लंबा हो सकता है, इस रबड़ से यह जूते ,गुब्बारे , गेंद आदि चीज बन सकती है।
- रबड़ बिजली का कुचालक होता है जिस लिए इसे विद्युत उपकरणों को बनाने में काम में ले जाता है।
रबड़ के पौधे या रबड़ का उत्पादन
रबड़ का पेड़ पूर्ण रूप से विकसित हो जाने के बाद या 5 से 6 साल का हो जाने के बाद उत्पादन देना शुरू कर देता है और अधिकतम 40 वर्षों तक पैदावार देता रहता है। बड़ी-बड़ी कंपनियों के द्वारा रबड़ को खरीद ले जाता है और इससे वस्तुएं बनाई जाती है। रबड़ को बेचने में किसी भी तरह की समस्या का सामना नहीं करना पड़ता है क्योंकि बड़ी-बड़ी कंपनियां रबड़ की मांग रखती है। किसान रबड़ की खेती करके अच्छा सा मुनाफा कमा सकता है और अपनी उत्पादन में वृद्धि भी कर सकता है।
निष्कर्ष
आज हमने आपको इस पोस्ट के माध्यम से रबड़ की खेती कैसे करें और इससे होने वाले लाभ ,उत्पादन , रबड़ कैसे बनता है,और कमाई, आदि के बारे में जानकारी उपलब्ध की हैं हमें उम्मीद है कि आपको यह पोस्ट बहुत ही पसंद आई होगी और अगर आप रबड़ कैसे करना चाहते हैं तो यह जानकारी आपके लिए बहुत ही उपयोगी साबित हो सकती है। यह पोस्ट अपने दोस्तों के साथ ज्यादा से ज्यादा शेयर करें और उन्हें रबड़ खेती बारे में बताएं और और रबड़ से होने वाली कमाई की जानकारी दें।
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